Lenskart Share Price आज यानी 10 नवंबर को शेयर बाजार में जबरदस्त चर्चा का विषय बना रहा। लेंसकार्ट के शेयर की कमजोर लिस्टिंग के बावजूद निवेशकों ने इसमें तेजी से दिलचस्पी दिखाई। कंपनी के शेयर 402 रुपये के आईपीओ प्राइस के मुकाबले 3% नीचे 390 रुपये पर लिस्ट हुए थे, लेकिन दिन के दौरान इसमें जोरदार रिकवरी देखने को मिली।
Lenskart Share Price Performance
लिस्टिंग के कुछ समय बाद ही Lenskart Share Price 355.7 रुपये तक फिसल गया, यानी करीब 9% की गिरावट दर्ज की गई। हालांकि, दोपहर तक इसमें शानदार रिकवरी हुई और शेयर का भाव बढ़कर 409.90 रुपये तक पहुंच गया। इस स्तर पर कंपनी का मार्केट कैप ₹70,982 करोड़ के पार निकल गया। यानी निचले स्तर से Lenskart के शेयर में करीब 15% से अधिक का उछाल देखने को मिला। अब यह अपने आईपीओ प्राइस से लगभग 1.5% ऊपर कारोबार कर रहा है।
Lenskart Share Target Price
दिलचस्प रूप से, ब्रोकरेज फर्म Ambit Capital ने लेंसकार्ट की लिस्टिंग से पहले ही इस पर ‘Sell’ रेटिंग दी थी। ब्रोकरेज ने शेयर का टारगेट प्राइस ₹337 प्रति शेयर तय किया है, जो इसके लिस्टिंग प्राइस ₹390 से लगभग 14% नीचे है। इसके अलावा, यह टारगेट इसके आईपीओ प्राइस ₹402 से करीब 16% कम है।
Ambit का कहना है कि Lenskart का “मेड-टू-ऑर्डर” बिजनेस मॉडल पूंजी-खपत वाला है, जिससे कंपनी के रिटर्न सीमित रहते हैं। ब्रोकरेज का अनुमान है कि कंपनी को FY28 तक जाकर ही फ्री कैश फ्लो पॉजिटिव देखने को मिलेगा।
Lenskart Share Price Investors Suggestion
मार्केट एक्सपर्ट अंबरीश बलिगा का कहना है कि लेंसकार्ट का बिजनेस मॉडल भले मजबूत हो, लेकिन मौजूदा वैल्यूएशन बहुत ऊंचा है। उनके अनुसार, केवल ओवरसब्सक्रिप्शन या ग्रे मार्केट प्रीमियम देखकर IPO में निवेश करना जोखिम भरा साबित हो सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसी कमजोर लिस्टिंग्स से आने वाले IPOs में रिटेल निवेशकों की रुचि घट सकती है। स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट की वेल्थ हेड शिवानी न्याती ने कहा कि जिन निवेशकों को लेंसकार्ट का आईपीओ अलॉट हुआ है, वे इसे मीडियम से लॉन्ग टर्म के लिए होल्ड कर सकते हैं। उन्होंने सलाह दी कि निवेशक 350 रुपये के आसपास स्टॉप लॉस लगाकर चलें। वहीं, शॉर्ट-टर्म ट्रेडर्स बेहतर मौके के लिए पोजिशन से बाहर निकल सकते हैं।
INVasset PMS के बिजनेस हेड हर्षल दसानी के अनुसार, Lenskart Share Price में लंबी अवधि की ग्रोथ कहानी मजबूत है, लेकिन मौजूदा वैल्यूएशन अत्यधिक ऊंचे हैं। कंपनी फिलहाल अपने एक्सपैंशन, मार्केटिंग और टेक्नोलॉजी पर भारी खर्च कर रही है, जिससे शॉर्ट-टर्म अर्निंग्स विजिबिलिटी सीमित है। उनके अनुसार, मौजूदा स्तरों पर मुनाफावसूली करना समझदारी होगी और निवेशकों को तभी दोबारा एंट्री लेनी चाहिए जब कंपनी के फंडामेंटल्स कीमतों के अनुरूप मजबूत हों।
Conclusion
Lenskart Share Price में सोमवार को भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिला — लिस्टिंग में कमजोरी के बावजूद, शेयर ने शानदार रिकवरी की। हालांकि, मार्केट एक्सपर्ट्स फिलहाल सतर्क रुख अपनाने की सलाह दे रहे हैं। लंबी अवधि के निवेशक इसे अपने पोर्टफोलियो में बनाए रख सकते हैं, जबकि शॉर्ट-टर्म ट्रेडर्स के लिए मुनाफा वसूली का यह सही समय हो सकता है।




